
मनरेगा मजदूरी 11 रुपये भुगतान…. नाराज ग्रामीण कलेक्ट्रेट पहुंचे तो मिला ये जवाब
गरियाबंद भूपेंद्र गोस्वामी आपकी आवाज
गरियाबंद। ग्रामीण क्षेत्र में मनरेगा रोजगार का सबसे बड़ा साधन है। बड़ी संख्या में ग्रामीण मनरेगा कार्यो में मजदूरी कर अपने परिवार का पालन पोषण करते है। शासन द्वारा मनरेगा मजदूरों को 190 रुपए मजदूरी दी जाती है।
मगर गरियाबंद जनपद क्षेत्र के अमेठी गांव में मनरेगा मजदूरों को 10 रुपये और 11 रुपये मजदूरी भुगतान किया जा रहा है। जिससे ग्रामीण नाराज हो गए। नाराज ग्रामीणों ने हाल ही में कलेक्ट्रेट पहुंचकर उच्चाधिकारियों से मामले की शिकायत की है।
ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव में मनरेगा के तहत दो तालाब निर्माण कार्य किये गए है। जिसमे गांव के सैकड़ो मजदूरों ने काम किया है। अब उन्हें काम के बदले मामूली पैसे दिए जा रहे है। जिससे वे बेहद नाराज है।
ग्रामीणों ने मामले में रोजगार सहायक पर मनमानी करने का आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने रोजगार सहायक पर कार्रवाई करने और मजदूरी का उचित भुगतान करने की मांग जिला अधिकारियों से की है।
जिला पंचायत सीईओ रोक्तिमा यादव ने ग्रामीणों की बात गंभीरता से सुना और टीम भेजकर दो दिन में जांच कराने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा काम के मूल्यांकन के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी